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Showing posts from October, 2023

इजराइल-फ़लस्तीन-यहूदी-मुसलमान-ज़मीन-आसमान

बड़ी बहस है कि इजराइल की धरती यहूदियों की है या मुसलमानों की है. मुसलमान कहते हैं कि वो ज़मीन उन से छीन कर यहूदियों को दी गयी है. जब कि यहूदी उस ज़मीन पर अपना हक़ बताते हैं. ऐसा ही कुछ मामला कश्मीर का है. हिन्दू उस ज़मीन पर अपना पुराना हक़ जमाते हैं, जब कि इस वक्त ज़यादातर मुस्लिम रहते हैं वहाँ. तो हक़ किसका हुआ? असल बात यह है कि किसी भी ज़मीन पर किसी का कोई हक़ नहीं है. धरती माता ने आज तक किसी के नाम कोई रजिस्ट्री नहीं की है. ज़मीन पर कब्जा खेती जब शुरू हुई तभी से है. वो कब्ज़ा कबीलों से ले कर मुल्कों तक फैला है और उस कब्जे के झगड़े पूरी दुनिया में हैं. क्या हवा किसी एक की है, क्या दरिया किसी एक के हैं? वैसे दरिया भी बाँट लिए गए हैं. ऐसे ही धरती भी बाँट ली गयी है. बस चले तो हवा भी बाँट ली जाएगी और शायद आसमान भी. यह क्या बेवकूफी है? हम पशु-पक्षियों से भी बदतर हैं. इलाकों के लिए शायद वो भी इतना नहीं लड़ते जितना हम लड़ते हैं. हम उन से ज़्यादा समझदार हैं. हम में इन मुद्दों को लेकर तो कतई कोई झगड़ा होना ही नहीं चाहिए. लेकिन हमारी पीढ़ियां लड़ रही हैं. कबीले लड़ रहे हैं, गाँव लड़ रहे हैं. मुल्क लड़ रह...

पहले पेट फाड़ा, फिर गर्भवती मां को मार दी गोली, 20 बच्चों को जिंदा जलाया... हमास की क्रूरता सुन रो पड़ेंगे!

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Curated By  प्रियेश मिश्र  |  नवभारतटाइम्स.कॉम  |  Updated: 12 Oct 2023, 10:02 pm Subscribe इजरायल ने हमास के आतंकवादियों की बर्बरता को दुनिया के सामने रखा है। हमास के आतंकवादियों ने इजरायल में हैवानियत का वो प्रदर्शन किया, जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाएगी। उन्होंने बच्चे और बूढों तक को नहीं बख्शा। कई इजरायली मासूम बच्चों के सिर काटकर हत्या कर दी। इजरायल में हमास की क्रूरता तेल अवीव:  हमास ने इजरायल पर हमले के दौरान जो अत्याचार किए हैं, उन्हें सुनकर ही आपकी आंखें भर जाएंगी। फिर सोचिए, जिन पर ये बीती है, उन्हें कैसा लगा होगा। हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान यह नहीं देखा कि सामने कोई बच्चा है, बूढ़ा है, अपंग है, महिला है या कोई पुरुष। उसके लिए हर एक इंसान सिर्फ इजरायली और यहूदी था, जिसकी हत्या करना उनके लिए किसी मेडल से कम नहीं था। हमास के आतंकवादियों के सामने जो कोई आया, उन्होंने उसे मार दिया। इजरायली नागरिकों की हत्या सिर्फ गोलियों से नहीं की गई। बल्कि, कई हत्याओं में चाकूओं और आग का भी इस्तेमाल किया गया। ताकि, उनकी क्रूरता की गूंज दुनिया म...

It is not Hamas, it is Islam.

  It is not Hamas, it is Islam. Until Islam is confronted, the world shall go on suffering such attacks. Killings. Rapes. Loots. If the Muslims had been as strong as Israel, Muslims have finished each and every Jew without mercy. The recent attack on Israel is the proof. So let them reap the crop sown by them. Wherever Islam is, trouble is. The real reason is Islam. The real reason is the Quran. Hadith. Islamic Books. Until these books are allowed to confront logically worldwide, the world shall see such devastations again and again. O Muslims, Similarly Hindus were driven out of Kashmir. Similarly, Hindu Temples were broken and converted to Islam. Now is the time to feel the pain. Everyone is An Israeli now. All rea All react

"THEY" ARE CRIMINALS

  They don't follow any religion. No. Religion is just a facade. They are plunderers, rapists, murderers. Murderers of your culture, your history, your free-thinking. They are barbarians. They have only one thing. A crowd, a big crowd, a very big crowd, a very big crude crowd. You must think ways to confront them. YOU MUST. ~ Tushar Cosmic

I am all in favour of Nudity.

  In the whole Cosmos, it is only human beings who wear clothes and that too almost all the time. A nude person is considered abnormal whereas a man in Clothes is abnormal. I am all in favour of Nudity. Man is obsessed with Clothes. Even the best clothes make him ugly. Nudity is Beauty. Nudity is Normal. Nudity is Natural. Nudity is healthier. ~ Tushar Cosmic

Wisdom has nothing to do with Heart. It is pure processing of the information. That is the basis of AI (Artificial Intelligence) also. Info and processing of that info. That is it.

In a sane world, people shall be religious but there shall be no religions.

Every artistic work descends from the Heaven

 They say that Quran was not written but descended from Allah upon Hazrat Mohammad. Believe me, I have published hundreds of articles in my name, in Hindi and English, all descended. In fact, no writer or artist is a writer or artist himself, all art descends, artists are just the mediums.

हमास/इजराइल/जंग-असल जंग कुछ और है

मुस्लिम कहते हैं कि वो एक अल्लाह को मानते हैं बस. उसी की इबादत करते हैं. वैरी गुड. मैं पूछता हूँ उन से कि आप को कैसे पता कि कोई अल्लाह है? या फिर वो एक ही है दो नहीं, तीन नहीं, चार नहीं.....? आप को कैसे पता कि उस अल्लाह के आखिरी नबी /रसूल श्री मोहम्मद हैं? कोई सबूत? कोई वीडियो? कोई ऑडियो? या कोई और सबूत? या फिर बस मानते चले जाते हो? भाई, जब हर बात को इंसान सोच समझ के ही मानता है तो फिर जिन मान्यताओं पर पूरा समाज, पूरा कल्चर ही खड़ा कर दिया उन मान्यताओं का क्या आधार है, वो भी तो पूछा जाना चाहिए. और यदि इन मान्यताओं का कोई सबूत ही नहीं है तो मान लीजिये कि सारा समाज-देश-कल्चर ही बचकाना है. त्याग दीजिये. और यह मैं दुनिया के बाकी धर्मों को मानने वालों को भी कहना चाहता हूँ. मैं तमाम बहस देखता हूँ लेकिन सब गोल-गोल घूमती हैं, ऊपर-ऊपर. जड़ में कोई जाना नहीं चाहता. जड़ में जाईये. मज़हबी मान्यताओं को सवाल कीजिये. असल लड़ाई वहाँ है, असल लड़ाई बम्ब-बन्दूक-तोप की नहीं है. असल लड़ाई किताबों की हैं, विचारों की है, शब्दों की है, मान्यतों की है. असल लड़ाई लड़ो. गली-गली लड़ो, हर चौक-चौबारे लड़ो. Tushar Cosmi...

फ़िलिस्तीन के लोग निर्दोष नहीं हैं। हमास ने उनकी मदद के बिना हमला कैसे किया और उनकी मदद और सहयोग के बिना भूमिगत सुरंगें कैसे बनाईं?