ये धार्मिक लोग...ये मुसलमान...ये हिन्दू...ये ईसाई....ये ये.........ये वो.........इन सबको लात मार के भगाने का......बहुत हो चुका यह सब ड्रामा. तर्क करेंगे? अबे तुम सिर्फ गाली दे सकते हो....किसी को धमका सकते हो....मार सकते हो. सारा इतिहास भरा है गुंडागर्दी से. इंसान ने जो तरक्की की है इन मज़हबी लोगों से लड़-लड़ के की है. इंसानी सोच को लकवाग्रस्त कर रखा है इन पवित्र ग्रन्थों ने. अगर इंसान का कोई दुश्मन है तो ये पवित्र ग्रन्थ, ये धर्म, ये मज़हब. दफा करो इन सब को. सिवा माफिया के कुछ नहीं है ये.
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