चमत्कार

मैं हूँ ज़िंदा चमत्कार. छोटा सा ही सही. लेकिन हूँ चमत्कार. समझाता हूँ. बहुत ठंड है न. शायद रिकॉर्ड टूट गए हैं ठंड के. शायद बहुत लोग तो  लोग नहाते तक न हों इन दिनों. 

क्या आप सर्द पानी से नहाने की सोच सकते हैं इस सर्दी में? 

मैं नहाता हूँ रोज़. 
और
कम  से कम  पंद्रह मिनट लगातार नहाता हूँ. शुरुआत करता हूँ कोसे पानी से. फिर धीरे-धीरे इसमें ठंडा पानी मिलाता जाता हूँ. और फिर यह पानी पूरी तरह से सर्द हो जाता है. बर्फ जैसा. और मेरा नहाना ज़ारी  रहता है. 
फायदा क्या हुआ?

तकरीबन बीस साल से मैं सर्दियों में परेशान रहता था. आधी सर्दियां मेरी बिस्तर में कटती थीं. चूँकि  नाक बहती रहती  थी. खांसता रहता था. छींकता रहता था.आवाज़ तक घर्र-घर्र करती  थी. मैं  खुद पर हँसता हुआ कहता था, "मेरी बॉडी का 'थर्मोस्टेट' सिस्टम खराब है. और सच में ही यह सिस्टम खराब था. मुझे ज़रूरत से ज़्यादा ठंड लगती थी. मैं गर्मियों में भी बिना पंखा चलाये सो जाता था. 

पिछले दो साल से सब  समस्या नब्बे प्रतिशत खतम. ठंडे पानी से नहाना शरीर को राज़ी करना है ठंड बर्दाश्त करने के लिए.

बहुत लोग गर्मी हो, सर्दी हो ठंडे पानी से नहाते हैं. 


वहां रूस में तो एक धार्मिक उत्सव है ईसाइयों का, वो ठंड में बर्फ में खड्ड खोद कर डुबकियां लगाते हैं. 

हमारे यहाँ भी कार्तिक स्नान की रीत है. 

आप देखते हैं, चोट लग जाए तो बहुत पहले गर्म पानी का सेक किया जाता है, आज बर्फ का सेक किया जाता है. 

थ्री इडियट फिल्म याद है आपको? उसमें  आमिर खान ने रेंचो का करैक्टर अदा  किया था. वो सोनम वांगचुक नाम के व्यक्ति पर आधारित था. वो सर्दियों में सिंध नदी में तैरते हैं. उनका वीडियो मिल जाएगा आपको यूट्यूब आप बर्फीली नदी में तैरते हुए. 

इससे एक बात और साबित होती है. अंदर ताकत है हम सब में. उसे Explore  करें. आप पता नहीं क्या-क्या चमत्कार कर जाएँ. 

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