Monday, 27 August 2018

मुसलमान बिंदास मीट खाता है और हिन्दू हील-हुज्ज़त करते हुए.
मुसलमान दिन-वार की परवा नहीं करता और हिन्दू मंगल-वीर के चक्कर में पड़ा रहता है.
मुसलमान ख़ुशी-ख़ुशी खाता है और हिन्दू खाता भी है और नाक-मुंह भी सिकोड़ता है.

बाकी तो जो है, सो हैये है...

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