मैं अक्सर लिखता हूँ, कहता हूँ कि लोग अपनी पोल खुद खोल देते हैं. और बहुत बार तो पोल छुपाने के चक्कर में पोल खोल देते हैं. चोर की दाढ़ी में तिनका.
संता-बंता चुटकलों पर सिक्खों की किसी जमात ने कोर्ट में केस ठोक रखा था. अब किसी ने नहीं कहा कि वो 'संता-बंता' सिक्ख हैं. सिक्ख छोड़ो, इन चुटकलों में संता-बंता के नामों के साथ 'सिंह' तक नहीं जोड़ा जाता.
वैसे 'सिंह' तो कोई भी अपने नाम के साथ लगा रहा है. स्त्रियाँ भी. मेरी एडवोकेट बिहार से हैं. उनका नाम है 'रीना सिंह'. हिन्दू हैं. सिक्खी से कोई नाता नहीं है.
पता नहीं संता-बंता चुटकलों को अपने खिलाफ कैसे मान लिया सिक्ख बंधुओं ने?
अब चुटकलों से धार्मिक भावनाएं आहात होने लगी हैं.
तौबा!
संता-बंता चुटकलों पर सिक्खों की किसी जमात ने कोर्ट में केस ठोक रखा था. अब किसी ने नहीं कहा कि वो 'संता-बंता' सिक्ख हैं. सिक्ख छोड़ो, इन चुटकलों में संता-बंता के नामों के साथ 'सिंह' तक नहीं जोड़ा जाता.
वैसे 'सिंह' तो कोई भी अपने नाम के साथ लगा रहा है. स्त्रियाँ भी. मेरी एडवोकेट बिहार से हैं. उनका नाम है 'रीना सिंह'. हिन्दू हैं. सिक्खी से कोई नाता नहीं है.
पता नहीं संता-बंता चुटकलों को अपने खिलाफ कैसे मान लिया सिक्ख बंधुओं ने?
अब चुटकलों से धार्मिक भावनाएं आहात होने लगी हैं.
तौबा!
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