भगत सिंह

 भगत सिंह का फाँसी दिवस है. यार लोग लिख रहे हैं, याद कर रहे हैं उनको. स्टेटस डाल रहे. प्रोफाइल pic लगा रहे. सब भगत सिंह बन रहे.

नकली हैं 99.99% ये लोग. इनको भगत सिंह चाहिये लेकिन दूसरे के घर में. फाँसी छोड़ो, थप्पड़ खाने की हिम्मत नहीं इन में.
सही के लिए लड़ने-भिड़ने वालों को आज भी जूते ही पड़ते हैं, याद रखना.

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