मैं एलॉपथी द्वारा घोषित बहुत सी बीमारियों को न तो बीमारी मानता हूँ और न ही इन के इलाज को इलाज.
डायबिटीज. शुगर ऐसी ही बीमारी है, जो समस्या तो है लेकिन बीमारी बिलकुल नहीं. बीमारी इसे एलॉपथी ने बनाया है. अब तो हर घर में डायबिटीज का मरीज़ पाया जाता है. और थोड़े समय बाद हर इन्सान ही डायबिटीज का शिकार माना जाने वाला है.
क्या है यह?
बात मात्र इतनी सी है कि हम शरीर में दशकों तक ऐसा भोजन डालते जाते हैं, इतना भोजन डालते जाते हैं, जिसे वो पचा नहीं पाता. लेकिन हम फिर भी नहीं मानते. अंत में शरीर हाथ खड़े कर देता है. इसे ही हम कहते हैं कि इन्सुलिन बनना बंद हो गया है. लेकिन हम इंजेक्शन लगाते हैं इन्सुलिन का, ताकि किसी तरह हम वही बकवास खाना खा सकें जो हम सदियों से खाते आ रहे हैं.
इलाज इस का मात्र इतना है कि खाना बहुत कम खाओ और जहाँ तक हो सके पका हुआ खाना न खाओ और गधे की तरह शरीर का काम करो. बेहतर है लेबर चौक पर जा बैठो. 500 रुपये दिहाड़ी कमाओगे और शुगर से छुटकारा भी पाओगे.
तुषार कॉस्मिक
Thoughts, not bound by state or country, not bound by any religious or social conditioning. Logical. Rational. Scientific. Cosmic. Cosmic Thoughts. All Fire, not ashes. Take care, may cause smashes.
Saturday 18 December 2021
डायबिटीज
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