भक्त- मोदी जी इमानदार है. न खाने देते हैं और न खाते हैं.
देशद्रोही--- सर जी, इमानदार तो मनमोहन सिंह भी बहुत थे.
भक्त--- तो?
देशद्रोही--- मोदी जी की इमानदारी वैसी ही है जैसी मनमोहन सिंह की थी. क्या ज़रुरत है आपको खुद अपने हाथ काले करनी की? खुद करोगे तो पकडे जाओगे. मनमोहन सिंह के पीछे लोग घपले करते रहे और वो खुद सृष्टि के सबसे ईमानदार व्यक्ति बने रहे. पर्दे पर मनमोहन सिंह थे पीछे नेतागण हेर-फेर करते रहे.
भक्त—तो? मोदी जी इमानदार है. न खाने देते हैं और न खाते हैं.
देशद्रोही----अब पर्दे पर मोदी हैं पीछे सबसे बड़े व्यापारी हैं. समझे साम्य.
भक्त-- चोप! देशद्रोही!!
देशद्रोही--- सर जी, इमानदार तो मनमोहन सिंह भी बहुत थे.
भक्त--- तो?
देशद्रोही--- मोदी जी की इमानदारी वैसी ही है जैसी मनमोहन सिंह की थी. क्या ज़रुरत है आपको खुद अपने हाथ काले करनी की? खुद करोगे तो पकडे जाओगे. मनमोहन सिंह के पीछे लोग घपले करते रहे और वो खुद सृष्टि के सबसे ईमानदार व्यक्ति बने रहे. पर्दे पर मनमोहन सिंह थे पीछे नेतागण हेर-फेर करते रहे.
भक्त—तो? मोदी जी इमानदार है. न खाने देते हैं और न खाते हैं.
देशद्रोही----अब पर्दे पर मोदी हैं पीछे सबसे बड़े व्यापारी हैं. समझे साम्य.
भक्त-- चोप! देशद्रोही!!
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