Wednesday, 30 November 2016

आप बहुत खुश हैं चूँकि कहीं आप अमीरों से जलते थे

भक्त- मोदी जी ने बढ़िया कर दिया जो अमीरों का अरबों रूपया मिटटी हो गया.
देशद्रोही- सर जी, आप बहुत खुश हैं.
भक्त- वो तो हूँ. साले चोर. मुल्क का सारा पैसा दबा कर बैठे थे.
देशद्रोही- सर जी, आप सच इस वजह से खुश हैं या इस वजह से कि आप अमीरों से जलते थे कि वो जो मज़े कर रहा था और आप नहीं कर पा रहे.
भक्त- अबे जले मेरी जूती. भाग. देश द्रोही!!

No comments:

Post a Comment