भक्त- मोदी जी ने बढ़िया कर दिया जो अमीरों का अरबों रूपया मिटटी हो गया.
देशद्रोही- सर जी, आप बहुत खुश हैं.
भक्त- वो तो हूँ. साले चोर. मुल्क का सारा पैसा दबा कर बैठे थे.
देशद्रोही- सर जी, आप सच इस वजह से खुश हैं या इस वजह से कि आप अमीरों से जलते थे कि वो जो मज़े कर रहा था और आप नहीं कर पा रहे.
भक्त- अबे जले मेरी जूती. भाग. देश द्रोही!!
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