काजू बहुत पसंद हैं मुझे.....बाज़ार से लाते ही श्रीमती जी को मुझसे छुपा देने को कहता हूँ....क्यों? चूँकि छुटकी बिटिया को भी बहुत पसंद हैं. आज समझ में आता है कि माँ क्यों कहती थीं, "तूने खाया मैंने खाया एक ही बात है."

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