हसन निसार एक बार कहते हैं,"इरान इराक युद्ध वर्षों तक चलता रहा, दोनों तरफ लाखों लोग मारे गए. फिर युद्व बन्द हो गया. न तो किसी को समझ आया कि युद्ध हुआ क्यों,चलता क्यों रहा और न ही समझ आया कि युद्ध बन्द क्यों हुआ?"
कोरोना आया, कोरोना आया. कोरोना चला गया, कोरोना चला गया.
आम लोगों ने मास्क लगाया, वेक्सीन लगवा ली और अभी भी लगा रहे हैं.
न तो इन को कोरोना के आने का कुछ पता, न जाने का पता. आया भी था कि नहीं, गया भी कि नहीं. इन को कुछ मतलब नहीं.
@#$%& लोग!!
तुषार कॉस्मिक
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