1 जनवरी, 2017.
नया साल मनाते हुए लोग.
तुर्की. इस्ताम्बुल. Night क्लब.
अल्लाह-अकबर के नारे के साथ अँधा-धुंध गोलियां बरसाता हुआ शख्स, तकरीबन 40 लोग मरे. कई ज़ख्मी.
कितने मुस्लिम ने धरना, प्रदर्शन किये इसके खिलाफ?
खैर रहने दीजिये. कितने मुस्लिम ने फेसबुक पोस्ट लिखी इसके खिलाफ?
चलिए देखते हैं कितने मुस्लिम इस पोस्ट को like करते हैं और कमेंट में इस massacre के खिलाफ कुछ लिखते हैं?
आपकी किताब में क्या लिखा है, वो बाद में देखा जाएगा, लेकिन दुनिया यह तो देख ही रही है कि हो क्या रहा है.
समझ जाएँ, समझा जाएँ, वरना मर्ज़ी है.
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