हैरान हैं शेरेलोक होल्म्स! हैरान हैं कि लोग सोच क्यूँ नहीं पाते! सोच मतलब तार्किक, अर्थपूर्ण, वैज्ञानिक सोच.
जवाब यह है कि सोच अपने ही खिलाफ लड़ाई होती है. युद्ध. जो करे खुद से खुद. अपने ही बने-बनाए, घड़े-घड़ाए विचारों, मान्यताओं के खिलाफ़ जंग. जंग लगे विचारों के खिलाफ जंग.
और अधिकांश लोग डरते हैं कि इस जंग में कुछ खो न दें. जबकि खोने को कुछ भी नहीं सिवा मूर्खता के और जीतने को जीवन से भरपूर जीवन है.
डर के आगे जीत है. लेकिन डर के आगे हथियार डाल देते हैं अधिकांश लोग.
बाहरी प्रतिमाएं तोड़ना आसान है, लेकिन आन्तरिक प्रतिमा तोड़ना बेहद मुश्किल. इसीलिए सोच नहीं पाते और इसीलिए कभी जीत पाते नहीं. इन्सान की तरह पैदा होते हैं,रोबोट में तब्दील कर दिए जाते हैं और रोबोट की तरह मर जाते हैं.
जवाब यह है कि सोच अपने ही खिलाफ लड़ाई होती है. युद्ध. जो करे खुद से खुद. अपने ही बने-बनाए, घड़े-घड़ाए विचारों, मान्यताओं के खिलाफ़ जंग. जंग लगे विचारों के खिलाफ जंग.
और अधिकांश लोग डरते हैं कि इस जंग में कुछ खो न दें. जबकि खोने को कुछ भी नहीं सिवा मूर्खता के और जीतने को जीवन से भरपूर जीवन है.
डर के आगे जीत है. लेकिन डर के आगे हथियार डाल देते हैं अधिकांश लोग.
बाहरी प्रतिमाएं तोड़ना आसान है, लेकिन आन्तरिक प्रतिमा तोड़ना बेहद मुश्किल. इसीलिए सोच नहीं पाते और इसीलिए कभी जीत पाते नहीं. इन्सान की तरह पैदा होते हैं,रोबोट में तब्दील कर दिए जाते हैं और रोबोट की तरह मर जाते हैं.
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