देशद्रोही--- सर जी, कभी आपने देखा है कि कोई मर जाए और फिर से जिंदा हो जाए.
भक्त------ पागल हुए हो, ऐसा कभी होता है?
देशद्रोही-- होता है, होता है. आठ तारीख को हमारे मुल्क के हज़ार और पांच सौ के नोट मर गए थे और बीस दिन बाद पता लगा कि इनमें जान है अभी. आधी ही सही.
भक्त---- अबे चोप! कहाँ की कहाँ जोड़ता है.
देशद्रोही---सर जी, एक कहावत का मतलब ही बता दीजिए?
भक्त—---कौन सी?
देशद्रोही-- थूक कर चाटना?
भक्त—---अबे चोप्प! देशद्रोही!!
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