Sunday, 4 December 2016

भक्त---- इनकम टैक्स का साल भर बाद हिस्साब देने में जब इतनी परेशानी है तो सोचो मारने के बाद भगवान को हिसाब देने में कितनी दिक्कत होगी.
देशद्रोही------ सर जी, सीधा कहो न कि सरकार को भगवान मान लिया जाए.
भक्त—वैसे ऐसा है तो नहीं लेकिन तुम चाहो तो ऐसा ही मान लो.
देशद्रोही--- तो सर जी अपुन तो नास्तिक हैं.
भक्त—अबे चोप्प! देशद्रोही!!

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