भक्त----- मोदी, मोदी, मोदी.
हर हर मोदी, घर घर मोदी.
देशद्रोही--- लेकिन सर जी, वो उमा भारती तो कहती हैं कि मोदी सिर्फ मीडिया द्वारा भरा गया गुब्बारा हैं.
भक्त---- अबे वो विरोधिओं की चाल है सब.
देशद्रोही--- लेकिन सर जी, उमा जी तो भाजपा से ही सम्बन्धित हैं. और वो रामजेठमलानी भी कहते हैं कि मोदी ने उनको उल्लू बनाया है.
भक्त-- अबे वो भी विरोधिओं की चाल है.
देशद्रोही-- सर जी, लेकिन वो भी तो आपकी पार्टी से ही सम्बन्धित रहे हैं. और सर जी, वो शत्रुघ्न सिन्हा भी नोट-बैन पर कुछ सवाल उठा रहे हैं.
भक्त--- हाँ बे, वो भी विरोधिओं की चाल है.
देशद्रोही--- लेकिन वो भी तो आपकी पार्टी से ही सम्बन्धित हैं.और सर जी,वो मीनाक्षी लेखी ने भी पीछे कहा था कि नोट-बंदी बहुत गलत कदम होगा.
भक्त--- हाँ बे, वो भी विरोधिओं की चाल है.
देशद्रोही---- सर जी, लेकिन वो भी तो आपकी ही पार्टी से हैं. और वो राज ठाकरे भी कहते हैं कि मोदी जी सरकारी पैसे से अपनी पार्टी की रैली करते हैं. रैली के लिए जिस हेलीकाप्टर में उड़ते हैं वो भी सरकारे पैसे से उड़ता है. न सिर्फ वो बल्कि 25 हेलीकाप्टर तब तक हवा में उड़ते हैं, जब तक मोदी जी रैली को सम्बोधित करते हैं, सब सरकारी पैसे से. सरकारी मतलब जनता के पैसे से. जनता के पैसे से मोदी जी अपनी पार्टी का प्रचार करते हैं.
भक्त-- अबे, राज ठाकरे हमारी पार्टी से नहीं है.
देश-द्रोही-- लेकिन सर जी, वो आपके विरोधी भी तो नहीं हैं.
और..........
भक्त--- अबे चोप, देशद्रोही!

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