बारगेनिंग की कला पर सैंकड़ों किताब हैं. क्या ज़रूरत है? भारतीयों से सीखो. इत्ती बारगेनिंग करेंगे कि डील ही खराब हो जाये.
पीछे दो बहिनें आईं मेरे पास कोई डील लेने. हर चीज़ तय हो गयी. प्रॉपर्टी का किराया, कागज़ात का खर्च, हमारी ब्रोकरेज. सब तय. फिर अगले दिन नए सिरे से बारगेनिंग.
"नहीं जी, हम कागज़ात का खर्च आधा देंगे. हम ब्रोकरेज भी आधी देंगे. आप तो ज़्यादा ले रहे हैं."
मैंने सीधा डांट दिया. "जाओ. नहीं ले रहे कुछ भी आप से. कम ज़्यादा कुछ भी नहीं ले रहे आपसे. हम आपको डील ही नहीं दे रहे. जाएँ आप और दुबारा न फोन करें और न ही मेरे पास आयें."
साला बारगेनिंग करो लेकिन इत्ती भी नहीं कि सामने वाला हत्थे से ही उखड़ जाए. रबड़ इत्ती भी मत खींचो कि टूट ही जाये.
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