प्रॉपर्टी डीलर हूँ. 3 किस्से सुनाता हूँ. सीखने को मिलेगा आप को.
अभी पीछे 'पंजाबी बाग दिल्ली' का एक फ्लोर बेचा था 3.5 करोड़ रुपये में. 50 लाख बयाना करवा दिया था. बेचने वाली पार्टी का मन बदल गया, वो खरीदने वाले को 70 लाख वापिस देने को राज़ी थीं. खरीद-दार ने नहीं लिया. मिन्नते करते रहे हम लोग, खरीदने वाला नहीं माना.
फिर हमें पता लगा कि खरीदने वाली पार्टी के पास बकाया पेमेंट नहीं है. उस ने सिर्फ बयाना दिया है, डील आगे बेचने के लिए. अब उसे सिर्फ 62 लाख ही वापिस दिए गए. और उसे मानना पड़ा.
एक फ्लैट कोई 50 लाख के करीब में ऑफर कर रहे थे हम खरीददार को. कई बार समझाया, उसे पल्ले नहीं पड़ी बात. हम ने वो फ्लैट किसी और को ५२ लाख रुपये का बिकवा दिया. कोई 6 महीने बाद यही फ्लैट पहले वाली पार्टी ने हमारे ज़रिये ही 58 लाख रुपये में खरीद लिया. समझदार!
एक खरीद-दार को हम ने कई प्रॉपर्टी दिखाईं'.अच्छी-अच्छी. फिर बड़े ही आत्मीय ढंग से हम ने जो प्रॉपर्टी हमें बेस्ट समझ में आई, वो प्रॉपर्टी उन को सुझाई. कारण भी बताये कि क्यों बेस्ट हैं. उन को हमारी बात समझ नहीं आई.
लेकिन उन्होंने हमारे ज़रिये ही एक और प्रॉपर्टी खरीदी, जो हम ने कभी ज़ोर दे के नहीं समझाई कि ले लो. लेकिन उन को वो ही समझ आई. ली भी कोई 4-5 लाख महँगी. फिर हमारे मना करने पे भी Renovation में काफ़ी से ज़्यादा पैसे लगा दिए. अब बेचना चाहते हैं, जो कि निकट भविष्य में लागत मूल्य पर भी बिकना मुश्किल है.
ऐसे गलतियाँ मैंने भी की हैं. हम सब ने की होंगीं. सोचिये और बचिए. ~ कॉस्मिक
Thoughts, not bound by state or country, not bound by any religious or social conditioning. Logical. Rational. Scientific. Cosmic. Cosmic Thoughts. All Fire, not ashes. Take care, may cause smashes.
Sunday, 10 April 2022
3 किस्से
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment