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Showing posts from December, 2019

चमत्कार

मैं हूँ ज़िंदा चमत्कार. छोटा सा ही सही. लेकिन हूँ चमत्कार. समझाता हूँ. बहुत ठंड है न. शायद रिकॉर्ड टूट गए हैं ठंड के. शायद बहुत लोग तो  लोग नहाते तक न हों इन दिनों.  क्या आप सर्द पानी से नहाने की सोच सकते हैं इस सर्दी में?  मैं नहाता हूँ रोज़.  और कम  से कम  पंद्रह मिनट लगातार नहाता हूँ. शुरुआत करता हूँ कोसे पानी से. फिर धीरे-धीरे इसमें ठंडा पानी मिलाता जाता हूँ. और फिर यह पानी पूरी तरह से सर्द हो जाता है. बर्फ जैसा. और मेरा नहाना ज़ारी  रहता है.  फायदा क्या हुआ? तकरीबन बीस साल से मैं सर्दियों में परेशान रहता था. आधी सर्दियां मेरी बिस्तर में कटती थीं. चूँकि  नाक बहती रहती  थी. खांसता रहता था. छींकता रहता था.आवाज़ तक घर्र-घर्र करती  थी. मैं  खुद पर हँसता हुआ कहता था, "मेरी बॉडी का 'थर्मोस्टेट' सिस्टम खराब है. और सच में ही यह सिस्टम खराब था. मुझे ज़रूरत से ज़्यादा ठंड लगती थी. मैं गर्मियों में भी बिना पंखा चलाये सो जाता था.  पिछले दो साल से सब  समस्या नब्बे प्रतिशत खतम. ठंडे पानी से नहाना शरीर को राज़ी करना है ठंड ...

मेरी ऑरोविले-पांडिचेरी-महाबलिपुरम यात्रा

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यह एक बिज़नेस ट्रिप था. प्रॉपर्टी दिल्ली की. मालकिन ऑरोविले की. वयोवृद्ध. हुक्म था, "एक ही बार आ सकती हूँ दिल्ली. बयाना देना है तो आप लोगों को ही आना होगा मेरे पास." ठीक. मेरे क्लाइंट ने स्वीकार कर लिया. हम दो प्रॉपर्टी डीलर, हमें क्या एतराज़ होना था? दूजे डीलर ने मेरे क्लाइंट से कहा, "खर्चा आप का होगा." मैंने कहा, "नहीं, यह ठीक नहीं है. ख्वाहमख़ाह पचास हज़ार का वज़न इन पर डालना ठीक नहीं. खर्चा अपना-अपना होगा. " उसने कहा, "ठीक है, लेकिन अभी तो खर्चा इनको ही करना होगा. बाद में ब्रोकरेज में से हम कटवा देंगे." "ठीक है. लेकिन ये सिर्फ टिकट का खर्चा देंगे. बाकी खर्च हमें अपना-अपना करना है. " "ठीक है" तय हो गया. एयर-टिकट बुक कर ली मेरे क्लाइंट ने. फ्लाइट का दिन करीब आया तो ठीक दो दिन पहले मेरी एक उबर कैब वाले से भिड़ंत हो गयी. मॉडल टाउन से मैं और बड़ी बिटिया बैठे थे. उसने जो कान में लीड डाली, तो सारे रास्ते फोन पर किसी और ड्राइवर से बतियाता रहा. रस्ते में मैंने टोका. वो फिर न माना. उतरते हुए मैंने कहा, " यह तुम ठीक ...

क्या #CAA (citizenship amendment act 2019) संविधान के खिलाफ है?- #NRC/ #CAA-2

मियाँ भाई फरमा रिये हैं :- "ये जो CAA है न यह कंटीटूशन के खिलाफ है. हमारा कंटीटूशन तो सब को बराबर धार्मिक/मज़हबी का हक़ देता है." मेरा मानना है कि CAA बिलकुल भी संविधान के खिलाफ नहीं है. और अपनी इस मान्यता की सपोर्ट में जो मैं आपको बताने वाला हूँ वो आज तक किसी ने भी ने भारत में न कहा है न लिखा है. बात ठीक है कि कंटीटूशन बराबर का हक़ देता है सब मज़हब/ दीन /धरम को लेकिन कुछ शर्त भी हैं संविधान में. देखिये संविधान का अनुच्छेद २५ :-- ये कहता है (1) Subject to public order, morality and health and to the other provisions of this Part, all persons are equally entitled to freedom of conscience and the right freely to profess, practise and propagate religion मतलब सबको धार्मिक आज़ादी है बशर्ते कि सार्वजनिक व्यवस्था, नैतिकता, स्वास्थ्य बना रहे. अब देखिये क़ुरआन क्या कहती है "ओ नबी, जो भी नहीं मानते, या असल में नहीं मानते लेकिन मानने का झूठा नाटक करते हैं, उनके खिलाफ भंयकर युद्ध कर. जहन्नुम ही उनका घर है. ( आयत नम्बर -66.9) O Prophet! strive hard against the unb...

National Register of Citizens (NRC) & Citizenship Amendment Bill ( #CAB )

क्या #CAA संविधान के खिलाफ है?- #NRC/ #CAA-2 अमित शाह ने साफ़ कहा है कि मुस्लिम को छोड़ कर जो भी शरणार्थी भारत में आना चाहें उन्हें सिटीजनशिप दी जायेगी. मुस्लिम चिल्लम-चिल्ली कर रहे हैं कि हमारे खिलाफ है. लेकिन यह उनके खिलाफ कम है, गैर-मुस्लिम के पक्ष में ज़यादा है. जो मुस्लिम घुसपैठिये हैं, उनको ही निकालने की बात हो रही है, हालांकि भारत जैसे मुल्क में, जहाँ बड़ी आसानी से ऐसे लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस बन जाता है जो गाडी चलाने तक नहीं जानते, चालीस साल का आदमी साठ साल की उम्र दिखा कर पासपोर्ट बनवा लेता है, लोग नकली इनकम सर्टिफिकेट बनवा कर EWS कोटा में अपने बच्चे स्कूलों में भरती करवा लेते हैं, वहां घुसपैठिये अब तक वोटर कार्ड, आधार कार्ड न बनवा पाए हों, यह अपने आप में एक चमत्कार होगा. खैर. होगा. फिर भी होगा. कुछ तो होगा. मुस्लिम भाई लोग परेशान हैं. परेशान कुछ तो इसलिए हैं कि यह जो चमत्कार होगा, तो कई बेचारे शरीफ ईमानदार लोग दर-बदर, घर-बेघर कर दिए जायेंगे. और ज़्यादा परेशानी इस बात की है कि भारत क्लियर स्टेटमेंट देगा. स्टेटमेंट कि मुस्लिम का स्वागत नहीं है भारत में...