Wednesday, 19 June 2024

ध्रुव राठी: EXPOSED. योगासन vs नेतृत्व क्षमता. #dhurvrathee

 

ध्रुव राठी द्वारा मोदी जी पर गलत ट्वीट पर प्रतिक्रिया | योगासन और देश चलाने की कला में अंतर | देखिए हमारी वीडियो और जानिए पूरी कहानी।

Reacting to Dhruv Rathee's mockery of Modi Ji | Difference between Yoga and leadership skills | Watch our video to know the full story.

### Hashtags:
#ध्रुवराठी #मोदीजी #योगासन #नेतृत्व #ध्यान #योग #Modi #modiji #DhruvRathee #Yoga #Leadership #Meditation #indianpolitics

MY PLAYLISTS, YOU MAY LIKE :--

Religion:---
https://tinyurl.com/My-videos-on-Religions

Sociology:--
https://tinyurl.com/My-videos-on-Sociology

Politics:--
https://tinyurl.com/My-videos-on-Politics

Philosophy:--
https://tinyurl.com/My-videos-on-Philosophy

Osho:--
https://tinyurl.com/My-videos-on-Osho

MY YOUTUBE CHANNEL LINK:-
https://www.youtube.com/@Tushar-Cosmic

Tuesday, 18 June 2024

मूर्ख पाकिस्तानी यूट्यूबर्स......Idiotic Pakistani Youtubers

कोर्ट रिकॉर्डिंग गलत है क्या?- केजरीवाल मामला. #Viral #Trending #short

 कोर्ट रिकॉर्डिंग कर ली गयी केजरीवाल केस की और डाल दी गयी सोशल मीडिया पर. क्या गलत है इस में और क्या सही है? देखिये यह वीडियो.

#कोर्ट #पारदर्शिता #आमआदमीपार्टी #अरविंदकेजरीवाल #जनताकाअधिकार The Aam Aadmi Party uploaded a recording of Arvind Kejriwal's court proceedings online, which the court immediately took notice of and ordered to be removed. Is this right? Foreign court proceedings are available online, so why not here? The public should have the right to know about court proceedings to ensure transparency. What is your opinion? Let us know in the comments below. #courtTransparency #AamAadmiParty #ArvindKejriwal #PublicRight

ध्रुव राठी का गलत ट्वीट

Dhruv Rathi made a wrong tweet two days ago. I am describing in this video, what was his mistake.....

ध्रुव राठी ने दो दिन पहले एक गलत ट्वीट किया था. मैं इस वीडियो में बता रहा हूं कि उनकी गलती क्या थी... #Dhruv Rathee #ध्रुव राठी

बीजेपी में भाई-भतीजावाद ~ Nepotism in BJP

 In this short video, we explore the issue of nepotism within the Bharatiya Janata Party (BJP). Delving into key instances and prominent figures, we discuss how familial ties and favoritism impact the party's dynamics and decision-making processes. Join us for an insightful look into the political landscape of one of India's major political parties.

इस लघु वीडियो में, हम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर भाई-भतीजावाद के मुद्दे का पता लगाते हैं। प्रमुख उदाहरणों और प्रमुख हस्तियों पर चर्चा करते हुए, हम चर्चा करते हैं कि पारिवारिक संबंध और पक्षपात पार्टी की गतिशीलता और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं को कैसे प्रभावित करते हैं। भारत के प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक के राजनीतिक परिदृश्य पर एक अंतर्दृष्टिपूर्ण नज़र डालने के लिए हमसे जुड़ें।

8500/1000/15 lakh - खटाखट, खटाखट, खटाखट--झूठे वादे नेताओं के

कोई 8500 रुपये महीना देने का वादा कर रहा है, कोई 1000 रुपये, कोई तो 15-20 लाख रुपये लोगों को दिलवा रहा था. सब झूठ. गरीबों का मज़ाक. सिर्फ वोट झपटने का घटिया तरकीबें. ये नेता चाल बाज़ लोग हैं. सावधान हो जाएं इन से और सवाल करें इन से......

Some are promising to give 8500 rupees per month, some 1000 rupees, some were promising 15-20 lakh rupees to people. All lies. A joke on the poor. Just a cheap trick to grab votes. These leaders are cunning people. Be careful of them and question them...... #viral #shorts #short #shortvideo

Monday, 17 June 2024

मोदी जी को बेशकीमती सलाह. Precious Advice for Modi Ji. #Viral #Short #trending

 



हम प्रधानमंत्री मोदी जी को एक अनमोल सलाह दे रहे हैं। समझने के लिए वीडियो देखें।

 #मोदी_जी #सोशल_मीडिया_योद्धा #हिंदुत्व #अमज़द_अय्यूब_मिर्ज़ा #आरिफ़_ज़करिया #रिज़वान_अहमद #अजित_सिंह_पहलवान #तुफैल_चतुर्वेदी

 In this video, we are giving a priceless piece of advice to Prime Minister Modi. Watch this video to understand. 

 #ModiJi #ValuableAdvice #SocialMediaWarriors #Hindutva #AmzadAyubMirza #ArifZakaria #RizwanAhmed #AjitSinghPahalwan #TufailChaturvedi

मोदी जी को डाँट #Modi #ForeignTrips #IndianPolitics #ViralVideo #VaishnoDevi

 

 मोदी जी की विदेश यात्राओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं। भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस और न्यायालय की स्थिति पर चर्चा। क्या ये विदेश यात्राएं वाकई जरूरी हैं? जानिए पूरी कहानी।

#मोदी #विदेशयात्रा #भारतीयराजनीति #वाइरलवीडियो #वैष्णोदेवी #भारत
 
Watch this video where questions are raised about Modi Ji's foreign trips. Discussion on the state of education, healthcare, police, and judiciary in India. Are these foreign trips really necessary? Find out the whole story.

#Modi #ForeignTrips #IndianPolitics #ViralVideo #VaishnoDevi #India

मोदी सरकार ~ Exposed

 

Friday, 14 June 2024

बोल कि लब आज़ाद हैं तिरे.. क्या सच में?

हम किसी तथाकथित वैश्विक बीमारी के अस्तित्व पर, फिर उस के तथाकथित इलाज पर आवाज़ उठा दें तो हमारी आवाज़ ही बंद कर दी जाये, हम किसी तथाकथित धर्म/मज़हब के खिलाफ उसी कि किताब में से ही निकाल कुछ लिख दें तो हम पर मुकदद्मा हो जाये, हम किसी तथाकथित आसमानी किताब को ज़मीनी किताब बोल दें, किसी पैगम्बर को मानने से इनकार कर दें तो हाय -तौबा हो जाये, और हम आज़ाद हैं, हमारे लब आज़ाद हैं? बोल की लब अज़्ज़ाद हैं तेरे. बोल लेकिन बोल लिमिट में, नहीं तो आंटी पुलिस बुला लेगी.

एक कारण ~ केजरीवाल जेल में हैं...One Reason ~ Kejriwal is in Jail

राम मंदिर उद्घाटन में श्री मोदी ने की 3 गलतियाँ ~ 3 Mistakes Modi Ji did during inaugration of Ram Temple

मैं सभी धर्मों को चुनौती देता हूं ~ I challenge all the religions

औलाद और शरीर को छित्तर मार के पालो ~ Good Parenting

~ सुकरात को सदैव समाज द्वारा मार दिया जाता है ~ Socrates is always killed by Society

मुसलमानों को ज्ञानवापी को हिंदुओं को क्यों दे देना चाहिए?

Thursday, 13 June 2024

अक्ख लड़ी बदो-बदी-क्या बकवास है यह?

चाहत फ़तेह अली खान--- बड़ो बड़ी फेम. नकली लोग, नकली गायन. फेमस होने के लिए कुछ भी कचरा फेंके जा रहे हैं लोग सोशल मीडिया पर.   नूरजहां के क्लासिक गाने की ऐसे-तैसी फेर दी और इस का गायन.. इस का गायन असल में गायन  तो है भी  नहीं, गायन की इंसल्ट है, गायन की भद्द है,  अरे फेमस होना है तो राहत फ़तेह अली खान बनो, नुसरत साहेब के चेले बनो  सीखो पहले  कुछ.  ये क्या था, जो तुम ने फेंका यूट्यूब पर? कूड़ा!

"सेल्फी मैंने ले ली आज" याद भी नहीं होगी आप को तो शायद. ढिंचक पूजा. आई और चली गयी.

"सो ब्यूटीफुल, सो एलिगेंट,  लुकिंग लाइक ऎ वाओ" वाली  बहन  जी भी भूल गए होवोगे आप शायद.

"काचा  बादाम, भैया काचा बादाम" वाले भाई साहेब वो भी कितनों को याद होंगे अब? 

ऐसे कितने ही लोग आये और गायब हो गए, कितने ही आएंगे ...बुलबुले हैं . ..  आएंगे और जाएंगे. १०-१५ दिन की मश्हूरी.

वैसे मशहूर  होने के लिए लोग नेताओं को थप्पड़ मार रहे हैं. खैर, वो तो पड़ने भी चाहिए इन को.

लेकिन कुछ भी अंत-शंट कर रहे हैं लोग फेमस होने को. .   ज़्यादा दिन चलता नहीं यह सब .. सोशल मीडिया ने पावर दी है आम आदमी को भी ..  भाई उस पावर को सही प्रयोग  करो, दुनिया को कुछ अच्छा दो  तभी तो दुनिया वापिस तुम्हें कुछ देगी.  आई बात समझ में.

Tuesday, 11 June 2024

क्या वाकई शेरनी हैं सोनिया गांधी? जानिए सच्चाई

 ट्रेंडिंग वीडियो है यूट्यूब पर, किसी ने सोनिआ गांधी को कहा कि आप ने शेर बच्चा पैदा किया है. और वो हँसते हुए कहती हैं क्यों की ,मैं शेरनी हूँ. वह मैडम वाह. क्या हैं आप दोनों? सिवा गांधी परिवार के ठप्पे के आप दोनों क्या हैं? आप कोई समाज वैज्ञानिक, कोई सोशल साइंटिस्ट, कोई राजनीती वैज्ञानिक, साइंटिस्ट हैं? समाज सुधारक हैं आप कोई? क्या योगदान है आप का समाज को? आप कोई महान कलाकार हैं, साहित्यकार हैं, गीतकार हैं, कवी हैं, लेखक हैं, गायक हैं., क्या हैं आप लोग? समाज को क्या दिया है आप ने? विरासत में मिली है राजनितो आप लोगों को. बस. वरना, अपने दम पर तो शायद म्युनिसिपेलिटी का चुनाव भी जीतन भारी हो जाये आप लोगों के लिए. राजनितिक मुद्दों पर एक आम ग्रेजुएट का भी बहस में मुकाबला करना मुश्किल हो जाये शायद आप के लिए. और आप हैं शेरनी और आप के सुपुत्र हैं शेर. वाह. वाह।


डिक्टेटरों चुने हैं कल पांच साल के लिए. कैसे?

 मोदी जी ने शपथ ले ली फिर से कल प्रधान मंत्री पद की. डिक्टेटरों चुने हैं कल पांच साल के लिए. कैसे? क्या भारत में सच में डेमोक्रेसी है? क्या भारत सच में दुनिया की बड़ी, सब से बड़ी डेमोक्रेसी है? नहीं. नहीं है. यह जनतंत्र नहीं, धनतंत्र है और डेमोक्रेसी के नाम पर हम पर लाद दिए जाते हैं डिक्टेटर जो एक बार सीट पर बैठने के बाद हमारी कतई नहीं सुनते . म्युनिसिपेलिटी का कौंसिल्लोर तक तो अपनी शकल नहीं दिखाता जीतने के बाद और MLA/MP का तो कहना ही क्या? चुने गए नेता लोग पांच साल तक क्या फैसले लेते हैं, इन फैसलों पर डायरेक्टली जनता का कण्ट्रोल न के बराबर ही रहता है. जनता की राय भी लेना भी सही नहीं समझते ये लोग.और न ही किये गए वायदे न निभाने पर जनता अपना वोट इन से वापिस मांग सकती है. इसलिए कोई भी आये, आप जनता हैं और जनता ही रहेंगे. गरीब जनता, तेरा कुछ नहीं बनता.


Friday, 24 May 2024

जीवन में अच्छे खिलाड़ी के लक्षण

अच्छा मुक्केबाज वह नहीं है जो केवल अच्छे मुक्के मारना जानता है, बल्कि वह है जो प्रतिद्वंद्वी के भारी शक्तिशाली मुक्कों को भी सहन कर सकता है। 

एक अच्छा खिलाड़ी वह नहीं है जो खेल जीतना जानता है बल्कि वह है जो हार को सहन कर सके, आत्मसात कर सके।


A good boxer is not one who only knows how to throw good punches, but one who can also withstand heavy powerful punches from the opponent. 


A good player is not one who knows how to win the game but one who can tolerate and assimilate defeat.

कोई आत्मा नहीं है.

कोई आत्मा नहीं है. अस्तित्व हमें केवल एक मौका देता है और उसके बाद वह हमसे छुटकारा पा लेता है। वह हमें बार-बार क्यों सहती रहे। यह नए लोगों को मौका क्यों नहीं देता? यह नए लोगों को मौका देता है। इसीलिए तो हर पल नये बच्चे जन्म लेते हैं। इसीलिए, अस्तित्व नये बच्चों के साथ खेलता है। और तो और अस्तित्व तो हमारा है, जीवित रहते हुए भी, न जीते हुए भी हम अलग कैसे हो सकते हैं? नहीं, हम अलग नहीं हैं. हम ही अस्तित्व हैं, सदैव। कुछ भी अलग नहीं, कुछ भी आत्मा नहीं।
आत्मा और परमात्मा दोनों बकवास कांसेप्ट हैं. एनर्जी कभी नहीं मरती. ठीक, बदलती है. यही विज्ञान भी मानता है. एनर्जी सिर्फ रूप बदलती है. और पदार्थ भी एनर्जी का ही रूप है. घना रूप. यह सब विज्ञान मानता है. हम अभी पदार्थ हैं. मर जायेंगे. घनत्व खत्म. एनर्जी जो अभी इस तन और मन की वजह से अस्तित्व से अलग आभासित है, वो आभास खत्म. द्वैत अद्वैत हो जायेगा. अलग दिखने वाली, महसूस होने वाली एनर्जी/घनत्व कॉस्मिक एनर्जी में विलीन हो जाएगी. न तो आत्मा आज है, न कल थी और न ही कल होगी. इसलिए आत्मा कोई वस्त्र नहीं बदलती है. जो लहर एक बार समंदर से उठी, वो विलीन हो गयी, बात खत्म. वो कल भी समंदर थी, आज भी समंदर है, कल फिर समंदर हो जाएगी. लहर को वहम है कि वो अलग है और वो दुबारा उठेगी, दुबारा उठेगी लेकिन वो वही लहर कतई न होगी. वो कोई और लहर होगी, और असल में तो वो भी समंदर ही है. असल में तो हम आज भी समंदर हैं, कल भी समंदर ही होंगे. असल में तो लहर लहर का अलग होना ही भरम है. सब लहर समंदर हैं.

आत्मा बकवास इस लिए चूँकि व्यक्ति को ऐसा लगता है कि उस का अपना कोई अलग से अस्तित्व है, आत्म, आत्मिक. लेकिन है नहीं ऐसा. अलग से कुछ नहीं है, समग्र ही है जो है. अलग-विलग भरम है. परमात्मा इस लिए बकवास कांसेप्ट है चूँकि जिस तरह से लोग समझते हैं कि  वो कोई हमारी सुन रहा है, प्रतिफल दे रहे है, स्वर्ग-नर्क बनाये बैठा है, जैसे मंदर गुरद्वार समझा रहे हैं, वैसा कुछ भी नहीं है. जो है समग्र है, उसे परमात्मा कहना है तो कह लीजिये. बस वही है. तत सत. That is it.

लेकिन यह सब जो  वो धर्मों को पसंद आएगा नहीं चूँकि उन की तो दूकान ही आत्मा-परमात्मा  चलती है. आत्मा है, वो एक शरीर से दुसरे शरीर में यात्रा करती है. उस की सद्गति होती है, उस की दुर्गति होती है, अच्छे कर्म, बुरे कर्म, सब का फल-प्रतिफल मिलता है. स्वर्ग-नर्क, जन्नत-जहन्नुम, क्या -क्या. पूरा कर्म- कांड। जन्म से लेकर मौत तक. जब नहीं- परमात्मा नहीं जो फिर कौन पूछेगा, मंदर-मसीत को. कौन मत्थे रगड़ेगा?

सो धर्म तुम्हें समझाये जा रहे हैं, आत्मा है, परमात्मा है. परमात्मा तुम्हारे कर्मों का हिसाब रखता है. गर्र... जैसे उसे कोई और काम ही नहीं है. इतना बड़ा ब्रह्माण्ड और उसे पड़ी है कि राम लाल क्या कर रहा है. क्या मज़ाक है.

कुछ नहीं है ऐसा. मुक्त करो खुद को इस सारी बकवास से. मौज लो.  


मंदिर, मस्जिद आदि से प्यार होता अगर ......................

मंदिर, मस्जिद आदि से प्यार होता अगर वे किसी विशेष धर्म के नहीं होते। वे कितने सुंदर हैं!

धर्म कितने तर्कहीन, अवैज्ञानिक, अंधविश्वासी हैं

क्या सचमुच नेता अपनी जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं?

ईरानी लोगों ने, उनमें से कुछ ने, अपने राष्ट्रपति की मृत्यु का जश्न मनाया।सावधान! क्या सचमुच नेता अपनी जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं? मुझे शक है। उत्तर कोरिया के किम जोंग की मौत पर भी ऐसा ही हो सकता है। वह भी मुझे अपनी जनता, अपने देश का सच्चा प्रतिनिधि नहीं लगता।  चीन में भी  सिर्फ फर्जी चुनाव होते हैं

Tuesday, 7 May 2024

Your phone is a Bazaar for many.

Your phone is not your phone only.
It is a Bazaar for many.

They go on calling and messaging you. You rebuke them, you block them.

No matter.
They shall come to you via another number.
It is a Bazaar for them.

Hell with your privacy.
Hell with your life, in fact.

Sunday, 24 March 2024

Why anonymous complaints are not taken by the Government?

You cannot lodge a complaint to any of the Government Department anonymously these days.

This is stupid.
Then why did the Police advertise, "We shall give Rs...........to the informer and the identity of the informer shall be kept secret?"
It means Government understands the value of keeping the identity of the informer anonymous. Then why the heck they insist on disclosing the complainant's identity? Even the Kings used to go in the public hiding their identity to know the real problems of their state.

"पश्चिम बंगाल"-???

 क्या आप जानते हैं, भारत के पूर्व में होने के बावजूद इसे "पश्चिमी" बंगाल क्यों कहा जाता है?

क्योंकि यह अंग्रेजी राज के "बंगाल प्रांत" के पश्चिम में था।
भारत आज भी अंग्रेजी राज के अवशेषों को "पश्चिमी" बंगाल कह कर ढो रहा है।

स्पैम कॉल और संदेश

स्पैम कॉल और संदेश एक वास्तविक समस्या हैं। और जीनियस सरकार ने एक विनियमन तैयार किया है कि उपभोक्ता ही दूरसंचार विभाग को सूचित करेगा कि वे परेशान नहीं होना चाहते हैं। कितना बेवकूफ़! अगर मैंने किसी को निमंत्रित नहीं किया है तो इसका सीधा सा मतलब है कि मैंने उसे निमंत्रित नहीं किया है. लेकिन यहां मैं बिन बुलाए कॉल करने वालों/संदेशवाहकों को सूचित करना चाहता हूं कि उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया है। उल्टी गंगा.

आम आदमी पार्टी दिल्ली की प्रत्येक महिला को 1000 रुपये देगी।

क्यों?

ताकि महिलाएं उन्हें वोट दे सकें.
हा हा हा हा हा हा!
कांग्रेस वोटों के लिए अवैध रूप से भुगतान करती थी।
यह वोट खरीदने का कानूनी तरीका है.

अमेज़न ने बेची गई वस्तुओं को "वापसी योग्य" से "बदली जाने योग्य" में बदल दिया है---BEWARE

अमेज़न सबसे बड़ा ऑनलाइन रिटेल व्यापारी है। इसने बेची गई वस्तुओं की अपनी नीति को "वापसी योग्य" से "बदली जाने योग्य" में बदल दिया है।
ऐसे किसी भी पोर्टल या ऐप से खरीदारी न करें जो आपको खरीदी गई वस्तुओं को "वापस" करने का विकल्प नहीं देता है। अन्यथा आप ऐसी कई वस्तुओं को आधे दामों पर दोबारा बेचकर केवल Olx या Quikr का कारोबार बढ़ा रहे होंगे।

इंद्रलोक में साप्ताहिक बाज़ार

दिल्ली के इंद्रलोक में हर गुरुवार को एक साप्ताहिक बाज़ार लगता है और न केवल दिल्ली बल्कि आसपास के शहरों से भी लोग shopping के लिए आते हैं। इस बाज़ार में खतरनाक तरीके से भीड़ होती है। अब इस बाजार को किसी नजदीकी सुरक्षित स्थान पर स्थापित करने के बजाय इस बाजार पर प्रतिबंध लगाने के लिए पुलिस और सशस्त्र बलों को तैनात किया गया है। बेवकूफ़! कोई सरकार कितनी मूर्ख हो सकती है, इसका जीवंत उदाहरण है।

Saturday, 27 January 2024

मैं बीमार होना नहीं चाहता, मैं सीधे मर जाना चाहता हूँ,

मैं बीमार होना नहीं चाहता,

मैं सीधे मर जाना चाहता हूँ,
मुझे दवा, टीकों और डॉक्टरों से बहुत डर लगता है,
मुझे लाखों रुपये के खर्च से डर लगता है,
मुझे अस्पतालों से, दवाखानों से बहुत डर लगता है
मुझे घिसटती-सिसकती ज़िंदगी से डर लगता है

मैं बीमार नहीं होना चाहता.
मैं सीधे मर जाना चाहता हूँ.
मैंने देखे हैं हैरान-परेशान रिश्तेदार,
बेचारे अपना भार नहीं ढो पा रहे होते,
ऊपर से घर में कोई बीमार इंसान.
पूरा घर बीमार-बीमार सा हो जाता है.
हवा बीमार, पानी बीमार, सब बीमार

मैं बीमार नहीं होना चाहता,
मैं सीधे मर जाना चाहता हूँ.
मैनें पढ़े हैं चेहरे अनमने से सेवा करते हुए,
बीमार की मौत का इंतज़ार करते हुए,
ज़बरन दुनियादारी निभाते हुए,
बीमार के साथ बीमारी झेलते हुए

मैं बीमार नहीं होना चाहता,
मैं सीधे मर जाना चाहता हूँ.
ज़िंदगी जितनी भी हो, बस ठीक-ठाक हो,
चलती-फिरती हो, मुस्कराती, हंसती हो,
ज़िंदगी ज़िंदा हो,
मैं मरी-मरी सी ज़िंदगी नहीं चाहता,

मैं बीमार नहीं होना चाहता,
मैं सीधे मर जाना चाहता हूँ.
तेरा तुझ को अर्पण, क्या लागे मेरा.

Tushar Cosmic

Thursday, 25 January 2024

धर्म - मेरी आपत्तियां

1. हम इतिहास का केवल कुछ अंश ही जानते हैं। बुद्ध और महावीर से परे मानव इतिहास स्पष्ट नहीं है। बुद्ध और महावीर से पहले, इतिहास पौराणिक कथाओं के साथ मिश्रित है।

संभावनाओं के आधार पर, निश्चित रूप से हम कुछ हद तक भविष्यवाणी कर सकते हैं लेकिन हम एक निश्चित समय से अधिक की भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं इसलिए अनंत काल के बारे में क्या कहा जाए?
इसलिए कैसे कहें कि कुछ भी सनातन है?
लेकिन हिंदू अपने आप को सनातनी कह रहे हैं। यह बस तनातनी है. क्या वे वास्तव में सनातन का अर्थ जानते हैं? सनातन कुछ भी नहीं है. परिवर्तन ही सनातन है प्रिय मित्रों। 2. सभी धर्म आदिम हैं, बचकाने हैं। बैटमैन, सुपरमैन जैसे किरदारों से भरपूर। परिकथाएं। और सब्सक्राइबर्स इतने मूर्ख हैं कि उनसे तार्किक बहस करना नामुमकिन है. दरअसल, उन्होंने प्रारंभ में ही तर्क को त्याग कर धर्म को अपना लिया था। उनसे किसी तार्किकता की उम्मीद कैसे की जा सकती है? 3. आमतौर पर लोग छोटी-छोटी चीज़ों पर अच्छा शोध करते हैं। वे एक अंडरवियर खरीदना चाहते हैं, वे बहुत सारे ब्रांड, आकार, फिटिंग आदि के बारे में सोचते हैं, लेकिन मुझे यह देखकर आश्चर्य होता है कि धर्म अपनाते समय वे कोई शोध नहीं करते हैं। वे अपने माता-पिता, अपने समाज का आँख बंद करके अनुसरण करते हैं। बेवकूफ. इस क्षेत्र को गहनतम अध्ययन, व्यापकतम शोध की आवश्यकता है। यह मूल मूल्यों, जीवन मूल्यों, आधार मूल्यों की बात है। 4. धर्म को प्रायः कर्तव्य भी कहा जाता है। तो सबसे बड़ा कर्तव्य क्या है? सबसे बड़ा कर्तव्य अपने मस्तिष्क का उपयोग करना है, जो प्रकृति का सबसे बड़ा उपहार है। और इन तथाकथित धर्मों ने आपके प्रकृति के उपहार को अपनी बासी बकवास से बदल दिया है। ये धर्म अपराधी हैं. ये धर्म अधार्मिक हैं.
5. यह बहुत कम संभावना है कि मेरे जैसे लोगों का दाह संस्कार हमारी पसंद के अनुसार किया जाएगा। क्योंकि एक बार जो मर गया, वह मर गया। और दाह संस्कार समाज के लोगों और परिवार के सदस्यों द्वारा किया जाता है। वे अपनी पसंद के अनुसार काम करते हैं। क्या आप विडंबना देख सकते हैं? शायद मेरा अंतिम संस्कार भी मेरी पसंद, मेरे विचारों, मेरी इच्छाओं के अनुसार नहीं किया जाएगा। हा! संभवतः, मेरा अंतिम संस्कार उन रीति-रिवाजों के अनुसार किया जाएगा जिनके खिलाफ मैंने अपना पूरा जीवन संघर्ष किया है। *पसंद के अनुसार दाह संस्कार का अधिकार* मेरी मांग है। जो चले आ रहे किसी धर्म को नहीं मानता, उसे यह हक़ होना चाहिए कि वो अपनी मर्ज़ी से अपना अंतिम क्रिया-कर्म चुन सके.

6. जब कोई इस्लाम-परस्त व्यक्ति मुझे कांवड़ियों का कोई फसाद दिखाता है या फिर किसी दलित के साथ दबंगों द्वारा दुर्व्यवहार दिखाता है ऐसा लगता है जैसे माफिया के जबर को नज़रअंदाज़ कर के किसी छुटभैये गुण्डे की बदमाशियाँ को दिखाया जा रहा हो.

श्री राम और उन का मंदिर - मेरी कुछ आपत्तियां

स्त्रियों को चाहिए कि वो राम को नकार दें। क्या वो राम जैसा पति चाहेगी, जिसके साथ वो तो जंगल-जंगल भटकें लेकिन पति उन्हें जंगल में छोड़ दे? वो भी तब, जब वो प्रेग्नेंट हो. हालाँकि मैं "जय श्री राम" के नारे का विरोध करता हूँ क्योंकि यह राम की विजय की घोषणा करता है और राम अब नहीं रहे, इसलिए ऐसे नारे लगाने का कोई मतलब नहीं है लेकिन मैं एक अन्य आधार पर "जय सिया राम" के नारे का विरोध करता हूँ। सीता को राम के साथ जोड़ना तथ्यात्मक नहीं है। राम ने स्वयं सीता को जंगल में छोड़ दिया था। उसके बाद वह जंगल में रहती है, जंगल में ही उन की मृत्यु हो जाती है। और यहां हिंदू सीता को राम से जोड़ रहे हैं?

राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ था, सीता को नहीं। फिर भी वह राम के साथ जंगल की ओर प्रस्थान कर गई। लेकिन यदि अयोध्यावासियों को सीता के आचरण पर किसी तरह का संदेह था तो राम सीता के साथ जंगल क्यों नहीं चले गये? नहीं, इस बार उन्होंने गर्भवती सीता को जंगलों में मरने के लिए छोड़ दिया। मर्यादा पुरूषोत्तम राम. पुरुषों में महान, राम।
रावण के मारने के बाद राम ने जो शब्द सीता को कहे थे, वो बहुत अपमान जनक थे, आप भी देखिए और फिर कहिएगा, "जय सिया राम":---
"आपको बता दें कि युद्ध के रूप में यह प्रयास, जो मेरे दोस्तों की ताकत के कारण सफलतापूर्वक किया गया है, आपके लिए नहीं किया गया था। आपकी समृद्धि हो! यह मेरे द्वारा किया गया था मैं अपने अच्छे आचरण को बनाए रखूं और हर तरफ से बुराई-बोलने के साथ-साथ अपने गौरवशाली वंश पर लगे कलंक को भी मिटा दूं।''
"तुम अपने चरित्र पर संदेह करके मेरे सामने खड़ी हो, मेरे लिए अत्यंत अप्रिय हो, यहां तक ​​कि किसी ऐसे व्यक्ति के लिए प्रकाश के समान हो जो कम दृष्टि से पीड़ित हो।"
"हे सीता! इसीलिए, मैं अब तुम्हें अनुमति दे रहा हूं। तुम जहां चाहो जाओ। ये सभी दस दिशाएं तुम्हारे लिए खुली हैं, मेरी प्रिय महिला! तुमसे मुझे कोई काम नहीं करना है।"
"कौन महान व्यक्ति, जो एक प्रतिष्ठित कुल में पैदा हुआ था, उत्सुक मन से, दूसरे के घर में रहने वाली महिला को वापस ले जाएगा?
"अपने वंश के बारे में बहुत कुछ बताते हुए, मैं आपको फिर से कैसे स्वीकार कर सकता हूं, जो रावण की गोद में (उसके द्वारा उठाए जाने के दौरान) परेशान थे और जिन्हें (उसने) बुरी नजर से देखा था?"
"तुम्हें मैंने इसी उद्देश्य से जीता था (अर्थात अपने खोए हुए सम्मान की पुनः प्राप्ति)। मेरे द्वारा सम्मान वापस दिलाया गया है। मेरे लिए, तुममें कोई गहन लगाव नहीं है। तुम यहाँ से जहाँ चाहो जा सकते हो."
"हे Gracious महिला! इसलिए, यह बात आज मैंने संकल्पित मन से कही है। आप अपनी सहजता के अनुसार लक्ष्मण या भरत पर ध्यान दें।"
"हे सीता! अन्यथा, अपना मन या तो शत्रुघ्न पर या सुग्रीव पर या राक्षस विभीषण पर लगाओ; या अपनी सुविधा के अनुसार।"
"सुंदर रूप से संपन्न और इंद्रियों से आकर्षक आपको अपने निवास में लंबे समय तक हिरासत में देखकर, रावण आपका वियोग सहन नहीं कर सका होगा।"
Book VI : Yuddha Kanda - Book Of War
Chapter [Sarga] 115
Verses converted to UTF-8, Nov 09
Valimiki Ramayan
यह "प्राण प्रतिष्ठा" समारोह इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि मनुष्य ही भगवान को जन्म देते हैं, न कि भगवान मनुष्य को जन्म देते हैं।
भारत के संविधान के अनुच्छेद 51A के मुताबिक भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होगा--वैज्ञानिक स्वभाव, मानवतावाद तथा जांच एवं सुधार की भावना का विकास करना;
क्या "प्राण प्रतिष्ठा" का कार्य तार्किकता फैलाने का कार्य था या अंधविश्वास फैलाने का? अंधविश्वास. बिल्कुल. इस तरह से किसी भी मूर्ति को जीवंत नहीं बनाया जा सकता. रामलला की मूर्ति को भी नहीं? वह ज्यों का त्यों खड़ी रहेगी।
श्री मोदी ने राम मंदिर का उद्घाटन किया है।
अच्छा?
क्या यह धर्मनिरपेक्ष राज्य है या नहीं?
हाँ है।
क्या इसका मतलब यह नहीं है कि इस राज्य के राजनेताओं का official व्यवहार धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए?
हाँ होना चाहिए।
तो क्या श्री मोदी द्वारा officially राम मंदिर का उद्घाटन एक धर्मनिरपेक्ष कार्य था?
नहीं था।
बीजेपी ने संविधान के खिलाफ काम किया है.

श्री मोदी ने कहा कि राम भारत का विचार है। नहीं, ऐसा बिलकुल नहीं है। यहां आस्तिक हैं, नास्तिक भी हैं। यहां कबीरपंथी भी हैं। यहां ओशो को समझने वाले भी हैं। यहां राम दवारा सीता को दिए गए वनवास का विरोध करने वाले भी हैं। यहां तो रावण को पूजने वाले भी हैं। केवल राम ही राम नहीं है भारत का विचार। यहाँ हम भी हैं। और हमारे जैसे और भी बहुतेरे हैं।