!!!!! जिसने कुछ नहीं समझना, तो नहीं समझना !!!!!!

एक बार एक संत, कबीर के दोहे रहीम के नाम से सुना रहे थे, रहीम के फरीद के नाम से....
एक श्रोता ने सबूत समेत आपत्ति दर्ज़ कर दी
संत ने बोला," You be the historian"

एक बार ओशो सेक्स पर बात कर रहे थे....कह रहे थे कि सांड जब दस साल में जवान होता है तो उसे गौ माता के सपने आने लगते हैं...कुदरत है

भीड़ में से कोई बोला कि नहीं, सांड दस साल में नहीं दो साल में जवान होता है

ओशो मुस्कराते हुए बोले,"मित्र, मैं जानवरों का डॉक्टर नहीं हूँ .............U be the veterinary expert"

अब बात यह है कि किसी मुद्दे को न समझना हो, भटकना हो, या खुद को ही धोखा देना हो तो इस तरह की ट्रिक्स बढ़िया हैं

अभी मैं लिख रहा था कि बोको हराम ने जिन लड़कियों को किडनैप किया उनके बारे में घोषणा की कि वो मुस्लिम धर्म अपना चुकी हैं और उनकी शादियाँ कर दी गयी हैं, अब एक मुस्लिम लगे थे बहस करने कि नहीं, वो तो पहले ही मुस्लिम थी

चलो मान लो कि वो मुस्लिम ही थी फिर क्या बोको हराम को हराम पंथी कि इजाज़त मिल गयी?
यह होता है किसी मुद्दे को गलत ढंग से समझना.....या भटकना भटकाना..............
या किसी मुद्दे के अहम् हिस्से को नज़रंदाज़ करके बेतुके मुद्दे को पकड़ लेना

एक अंग्रेज़ी सीरियल देख रह था.....एक शक्तिशाली किरदार पर विरोधी जानलेवा हमला करवाते हैं, वो बच कर विरोधी के पास पहुँच जाता है......विरोधी कहता है, "क्या जिन्होंने हमला किया वो मेक्सिकन थे?"

अब ये शक्तिशाली बन्दा जवाब देता है," ग़लत ,घटना के गलत मुद्दे को पकड़ रहे हैं आप, सही सवाल यह होना चाहिए कि जिन्होंने हमला किया, उनको भेजा किसने था"

हम चाहें तो किसी एक वाक्य तक में से अहम मुद्दे को नज़र-अंदाज़ कर सकते हैं, और उसमें से उठा कर कोई बकवास मुद्दा पकड़ सकते हैं और बड़ी लम्बी कुश्ती करते रह सकते हैं

जिसने नहीं समझना कुछ .....तो बस नहीं समझना

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